हेल्लो दोस्तों मेरा नाम सुनीता है .और मई 21साल की लड़की हु.मुझे इन्सेस्ट स्टोरी पड़ना पसंद है बोहोत ही .आज का जो किस्सा मई अप लोगो को बताने जा रहा हु वोह भी एक इन्सेस्ट स्टोरी है ,कौसिस ये ही रहेगा की अप लोगो को पसंद आये .जिन लोगो को इन्सेस्ट सेक्स पसंद नहीं है कृपया वोह दूसरा स्टोरी पड़े .
हा अब असली कहानी में आता हु ,इस स्टोरी में दो किरदार है जो असली भूमिका लेता है ,वोह है हमारी कामवाली बाई सुस्मिता और मेरा अपना भाई राहुल .मुझसे दो साल छोटा है मेरा भाई .काफी गोरा है और बोहोत हन्द्सम भी है .वोह लड़की पटाने में बोहोत माहिर था .क्यों की उसका मोबाइल फ़ोन में बोहोत सारे लडकियो का कॉल और फ़ोन आता था .
और सुस्मिता हमारी कामवाली बाई की क्या बात कारू ,वोह किसी भी मर्द पर डोरे डालता था ,खाली अज काल नौकर ओ की कामी के लिए उसको मेरे मम्मी ने रक्खा था .पर सुस्मिता का बस चले तो वोह अपने चूत की भूख मिटने के लिए कुछ भी कर सकता है .
Hindi sex story उसको मई ने खुद अपने आँखों से देखा किचन में सब्जी देके अपने चूत में घुसाते हुए .हैरानी की बात तो तब हुई जब उसने मेरे भाई को भी ना छोरा .भाई के सामने जब ही जाती थी तो पल्लू गीरा देना ,और भी कई सारे नौटंकी स्टार्ट हो जाती थी उसकी .
एक दिन तो हाद कर दी जब उसने अपना साड़ी घुटने के बोहोत ऊपर करके घर में पोछा लगा रही थी ,और भाई तो है मर्द जो एकदम आंख खोल के उसको देख रही थी ,मई ने उपने मम्मी को दिखाई और मम्मी ने उसकी सिकायत पापा से की ,तो पापा उसको कम से निकलने ही वाला था ,पर उसने जब रोते हुए माफ़ी मांगी तो मेरे पापा का दिल पिघल गया और उसे जाने दिया .
पर सिनसिला येही तक ख़तम नहीं हुआ ,आगे भी उन लोगो का कार्यक्रम चलता रहा .मम्मी जब काम पे निकल जाती थी ,तो खाना बनाने के लिए सुस्मिता को रक्खी थी .मई कॉलेज निकलता था और भाई निकल जाता था tution के लिए .
एकदिन मई उन लोगो को रंगे हाथ फिर से पकड़ लिया ,जब मेरा कॉलेज जल्दी जल्दी छुट्टी हो गयी था ,उसदिन कॉलेज में हाफ डे हो के छुट्टी डे दिया ,मई जल्दी जल्दी एके घर पोहुचा ,घर में और कोई नहीं था ,उस बक्त खली सुस्मिता का होना चाहिए घर में .
मेरे पास घर का एक डुप्लीकेट चाबी होता है ,इसीलिए मई दरवाजे में कोई घंटी नहीं बजाया और अन्दर घुस गयी .मई किसी को भी देख नहीं पाया ,पहेले लगा की सुस्मिता किचन में होगी सायद ,मई काफी टायर्ड था इसीलिए मई अपना रूम में चला गयी.
कुछ देर बाद ऊपर से सब्द आया कुछ ,मई बोहोत टायर्ड था इसीलिए मई उतना गौर नहीं किया ,फिर आवाज ज्यादा आने लगा ,तो मई धीरे धीरे ऊपर गयी,आवाज मेरे भाई के रूम से अरहा था ,नजदीक गया तो देखा दरवाजा हाफ खुला था ,और मेरे भाई नंगा हो के बिस्तर में सुस्मिता के साथ लेटा हुआ है ,और मेरे भाई का ९ इंच काला मोटा लैंड सुस्मिता की बाल से भरी चूत में है .मई पूरा सब कुछ समझ गयी,पर मई उधर से न हिल पाया ,ना ही कुछ करने का मन में कुछ खेयाल आया ,मई तब जैसे सुन पढ़ गयी था .
अपने आँखों में बिलीव नहीं हुआ ,की मई क्या देख रही हु ,मेरा भाई का सरीर को कल्पना करके मेरी अन्दर की काम बासना जाग उठी .मुझे महेसुस होने लगा था मेरी भाई की लैंड मेरी चूत में ,और मई अपने अप को सुस्मिता की जगह में देखने लगी antarvasna
मई उस चुड़ैल को मन ही मन में गली भी देने लगी ,मेरी भाई को बहेला के फुसला के अपनी शारीर की भूख मिटा रहा है .पर मेरी दिमाग में एक आईडिया आया की मई भी किसी तरीके से मेरी भाई की लैंड की मजा लेना है ,और अपने मु में उसका लैंड का रस लेना है .
मई उनलोगों का पूरा सब कुछ मैंने विडियो बना लिया आपने मोबाइल से ,और मई उषर से निकल गया .मई जैसे कुछ देखा ही नहीं था .पर मुझे मेरी भाई का नंगा बदन सोते जागते दिखाई डे रहा था ,मई उसका लैंड का दीवाना बन गयी था .
उस रात सो नहीं पाया था ,अपनी चूत में ऊँगली डाल के किसी तरीके से अपने अप को शांत किया ,और देर रात में भी उसका ही सपना देखा ,की भाई मुझे पूरा लैंड डाल दाल के चोद रहा है .
इसका अंतिम भाग मई बोहोत जल्दी ही लेन जा रहा हु .अप अभी तक antarvasnastory.org में स्टोरी पड़ रहे थे
धन्यबाद ……….