एक कुकोल्ड पति की दोस्त से बीवी की चुदाई की तमन्ना ने उसकी पत्नी और दोस्त के सेक्स सम्बन्ध बनवा दिए. पर एक दिन उसने अपने सामने दोस्त को बुलाकर बीवी चुदवा ली.
हैलो फ्रेंड्स, मैं सन्नी वर्मा, अपनी कहानी के पिछले भाग
में आपको बता रहा था कि थ्रीसम सेक्स कहानी में पिंकी एक गैर मर्द के साथ होटल में उसके लंड को चूस रही थी.
अब आगे :
अनिल ने 69 में होकर अपनी जीभ पिंकी की चिकनी गुलाबी चूत में कर दी.
उसके हाथ नीचे से उसकी गांड के छेद को भी सहला रहा था.
अनिल ने उसकी चूत में ढेर सारा थूक डाला, जिससे वो बहकर पिंकी की गांड तक आ रहा था.
अब अनिल ने अपनी एक उंगली गांड की दरार में सरकानी शुरू की और इधर अपनी जीभ को और अन्दर किया.
पिंकी समझ पाती, इससे पहले उसने थूक से भीगी अपनी उंगली पिंकी की गांड में कर दी.
पिंकी को असहज तो लगा, पर दर्द नहीं हुआ, उसने भी अनिल को नहीं रोका.
चूत गांड को थूक से चिकना करने के बाद अनिल पिंकी के ऊपर चढ़ गया और उसकी टांगें फैला कर एक ही झटके में पूरा लंड पेल दिया.
पिंकी चीखी- उई मां मर गई .. क्या फाड़ोगे मेरी चूत को!
अनिल बोला- हां जान आज तो फाड़ ही दूंगा.
पिंकी चुदवाते हुए मस्ती में बोली- रवि फटी चुत देख कर पूछेगा, तो मैं क्या कहूँगी.
अनिल बोला- कह देना कि मेरे पति ने फाड़ी है.
पिंकी हंस दी.
इससे अनिल की हिम्मत और बढ़ गयी. अब वो रवि को उल्टा सीधा भी कहने लगा.
‘साले से अपनी बीबी तो चोदी जाती नहीं, भैन का लौड़ा दूसरे की बीबी पर निगाह रखता है.
पिंकी बोली कि उसे छोड़ो, तुम तो बस मुझे चोदो.
अब पिंकी अनिल के ऊपर चढ़ गयी और उसका पूरा लंड अपनी चूत की गहराई तक लेकर घुड़सवारी करने लगी.
वो चोदते चुदवाते हांफने लगी थी.
दस मिनट बाद दोनों का होने वाला था.
अनिल बोला- जानू मेरा निकलने वाला है, तुम हट जाओ वर्ना अन्दर हो जाएगा.
पिंकी बोली- हो जाने दो. आज पीरियड्स के हिसाब से मैं सेफ हूँ.
अनिल ने एक ही धक्के में अन्दर तक लंड पेला और उसका पिंकी के साथ ही रस निकल गया. दोनों निढाल होकर वहीं पड़ गए.
तभी रवि का फोन अनिल के फोन पर आया. वो बोला कि तू होटल रेडिसन में क्या कर रहा है?
पहले तो अनिल घबरा गया. मगर हिम्मत करके उसने पूछा कि क्यों?
रवि बोला कि मैं किसी पार्टी के साथ अभी वहां आया था, तेरी गाड़ी पार्किंग में देखी. साथ में कुछ लोग थे, इसलिए फोन नहीं किया.
अनिल ने कहा कि हां एक पार्टी से मीटिंग थी. मैं कॉफ़ी शॉप में था, अभी मीटिंग में ही हूँ .. चल बाद में बात करता हूँ.
पिंकी घबरा गयी.
उसने कहा कि अनिल अब चाहे, जो भी हो जाए. मैं अब कभी भी रिस्क नहीं लूंगी. न घर पर, न कहीं बाहर. ये आज का आखिरी चुदाई है.
अनिल ने एक बार फिर सेक्स का राउंड करने की कोशिश की पर घबराहट और जल्दीबाजी में दोनों से ही नहीं हो पाया.
अपने कपड़े पहनकर पहले पिंकी बाहर गयी और होटल के बाहर से टैक्सी लेकर घर चली गयी. पीछे से अनिल भी आ गया.
अब अनिल और पिंकी ने दूरी बना ली. रवि कहता भी था कि अनिल को बुला लें, तो पिंकी मना कर देती.
रवि और पिंकी की सेक्स लाइफ पहले जैसी तो नहीं रह गयी.
पर पिंकी ने अपने मन में सोचा कि इस सबमें नुकसान तो केवल रवि का ही हुआ.
चलो उसकी सोच खराब थी, पर जितना प्यार रवि ने उसे दिया और उसके हर शौक पूरे किये, उसके बदले उसे क्या मिला.
अब उसको समझ आ रहा था कि अनिल ने उसके मन में रवि से जानबूझकर दूरी बनवाई और उसका फायदा उठाया.
ये सब सोच कर पिंकी ने अपना मन अनिल से हटा लिया और रवि को सेक्स में साथ देने लगी.
पर वो पहले जैसी गर्मजोशी नहीं थी.
दो-तीन साल ऐसे ही निकल गए. अनिल का भी ट्रान्सफर जयपुर हो गया.
अनिल पिंकी से फोन पर खूब लड़ता, जिस दिन उन्होंने घर पर और होटल में सेक्स किया था, उसे वो हनीमून डे कहता और उस दिन पिंकी को विश करता.
पिंकी भी उन हसीन यादों को नहीं भूल पाती थी.
धीरे धीरे फिर उन दोनों की चोंच लड़नी शुरू हो गयी. अब फिर वो खूब देर तक फोन पर बातें करते.
पिंकी रवि के सोने के बाद टॉयलेट में जाकर अनिल से सेक्सी चैट करती. दोनों अपना पानी निकालते.
रवि को एक दिन के काम से जयपुर जाना हुआ, तो वो पिंकी को भी ले गया.
वहां होटल में पिंकी को ठहराकर वो अपने काम पर चला गया.
रवि ने पिंकी के सामने ही अनिल को रात को होटल में आने को कह दिया था. आज रवि ने अपना मन बना लिया था कि वो अनिल को पिंकी से सेक्स करने देगा, शायद इससे ही पिंकी उसे पहले की तरह चाहने लगे.
उस दिन पिंकी और अनिल की खूब लम्बी बातें हुईं.
अनिल ने पिंकी को बहुत दवाब दिया कि वो अभी होटल में आ जाता है और फटाफट सेक्स का एक सेशन करके चला जाएगा.
मगर पिंकी ने मना कर दिया और कहा कि आज रवि मूड में है, शायद रात को मौका मिल जाए.
रात को रवि अनिल का इंतजार कर रहा था. उसने पिंकी से कहा कि जब तक वो आए, चलो हम दोनों नहा लें.
दोनों बाथरूम में घुस गए. नहाते समय ही नीचे रिसेप्शन से फोन आ गया कि आपके कोई गेस्ट आए हैं.
रवि ने कहा कि उन्हें ऊपर रूम में भेज दें.
फटाफट नहाकर रवि टॉवल से पौंछ ही रहा था कि डोरबेल बजी.
रवि बोला- तुम नहाकर आओ, मैं उसे अटेंड करता हूँ.
टॉवल लपेटकर रवि बाहर गया और पिंकी ने भी गेट बंद करके टॉवल पकड़ा.
बाहर कमरे में अनिल बोला कि मैंने तुम्हें डिस्टर्ब कर दिया.
रवि बोला- नहीं, मैं तो नहा चुका था, बस पिंकी आ रही है.
अनिल बोला- मुझे जोर से प्रेशर बन रहा है, वाशरूम जाना है.
रवि ने पिंकी को आवाज देकर कहा- अनिल को वाशरूम यूज़ करना है, तुम टॉवल लपेट कर बाहर आ जाओ.
ये सब अनिल का और रवि का ड्रामा था. रवि चाहता था कि अनिल पिंकी को अधनंगी देखे.
रवि को क्या मालूम था कि दोनों तो एक दूसरे को न केवल दो बार नंगा देख चुके हैं, बल्कि चुदाई भी कर चुके हैं.
पिंकी ने टॉवल लपेट शॉवर का पर्दा खींच लिया.
अनिल आराम से वाशरूम यूज़ करके चलते चलते शॉवर का पर्दा हटा कर अन्दर झांक आया.
अन्दर से पिंकी चीखी- रवि देखो, रोको इसे.
अनिल हंसता हुआ बाहर आ गया.
रवि ने शॉर्ट्स और टी-शर्ट पहन रखी थी.
सने अनिल से कहा- अनिल आज कुछ थ्रिल करेंगे. आज तुम्हें सब कुछ करने को मिलेगा. तुम कपड़े चेंज कर लो.
रवि ने एक सैट टी-शर्ट और शॉर्ट्स उसे भी दिए.
तब तक पिंकी भी शॉर्ट्स और टी-शर्ट में बाहर आ चुकी थी. उसके तने हुए निप्पल बता रहे थे कि उसने नीचे कुछ नहीं पहना है और वो गर्म है.
पिंकी बेड पर लेट गयी और चादर डाल ली.
अनिल भी कपड़े चेंज करके आ गया. बेड पर पिंकी बीच में और एक तरफ रवि और दूसरी तरफ अनिल था.
अब दिक्कत थी कि सेक्स की शुरूआत कैसे हो. अनिल ने पिंकी की उंगलियों को अपने हाथ में ले लिया.
गोरा रंग और ओरेंज नेल पॉलिश. पिंकी सच बहुत खूबसूरत थी.
अनिल ने उसके हाथ को सहलाते हुए उसका माथा चूम लिया.
अब रवि भी चालू हो गया. उसने पिंकी के गाल सहलाते हुए उसे होंठों पर चूम लिया.
अनिल का एक हाथ धीरे धीरे सरकता हुआ पिंकी की जांघों तक पहुंच गया था.
पिंकी कुछ नहीं कह रही थी, मतलब उसकी हां थी.
पर रवि … वो पता नहीं वो कैसे रियेक्ट करेगा.
अब रवि ने अपना हाथ पिंकी की टी-शर्ट के अन्दर डाल कर उसके मम्मों को सहलाना शुरू किया.
पिंकी सिहर गयी.
उसके सिहरने का कारण था कि अनिल की उंगली उसकी चूत के अन्दर पहुंच चुकी थी.
तभी रवि ने उसकी मम्मे दबाए और उसको लिपलॉक किया. अनिल ने चुत में उंगली करने की स्पीड बढ़ा दी.
इससे पिंकी भी कराह उठी- अनिल और तेज करो, बड़ा मजा आ रहा है.
इससे रवि को समझ में आ गया कि मामला तो शुरू हो चुका है.
उसने अपने कपड़े उतार फेंके और पिंकी को भी बिठा कर उसकी टी-शर्ट उतार दी.
अनिल ने भी रही सही कसर पूरी कर दी. उसने अपने कपड़े और पिंकी की शॉर्ट्स उतार दी.
रवि ने अनिल से कहा- तू इसकी चूत चूस, इसे बड़ा मजा आता है.
अब रवि को क्या मालूम था कि अनिल तो कितनी बार उसकी चूत को चाट चाट के चोद चुका है.
इधर अनिल ने अपनी जीभ पिंकी की चूत में करना शुरू की तो रवि ने अपना लंड पिंकी के मुँह में कर दिया; जिसे पिंकी लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी.
थोड़ी देर बाद अनिल ने पिंकी से कहा कि वो उसका भी चूस दे … तो पिंकी रवि पर अहसान चढ़ाते हुए बोली- अनिल का नहीं, चूसूंगी तो केवल रवि का. तुम पेल दो अपना अन्दर, अब बर्दाश्त नहीं हो रहा.
ऐसा कह कर पिंकी ने रवि को खुश कर दिया और रवि की मौजूदगी में अनिल को पहले चोदने का मौक़ा दे दिया.
उसकी बिल्कुल फ्रेश चूत अनिल को चोदने मिल गई.
अनिल ने अपना लंड पूरी बेदर्दी से चुत में पेला और रवि ने पिंकी के मम्मों को बारी बारी से चूसा.
आज पिंकी की चूत का भोसड़ा बनना तय था.
कुछ देर की धकापेल में अनिल ने पिंकी की चूत अपने माल से भर दी.
तो पिंकी ने हैंड टॉवल से चूत को साफ़ किया और रवि से कहा- आओ जान, अब तुम इसे फाड़ो.
रवि हीरो बनते हुए पिंकी के ऊपर चढ़ गया. पिंकी का तो हो चुका था, पर वो रवि को खुश करने के लिए सीत्कारें निकालने लगी.
थोड़ी देर में ही रवि ने भी अपना सारा माल निकाल दिया.
इसके बाद पिंकी उठी और बोली- तुम दोनों ने आज मेरी चूत को इतना भर दिया है कि अब हफ्ते भर तक इसमें से ये टपकेगा.
अनिल ने ड्रामा करते हुए रवि से कहा- यार आज तूने मेरी पिछले पांच साल की तमन्ना पूरी कर दी. जब से तूने घर बुला कर किस करवाया था, तभी से चुदाई का मन था, जो आज पूरा हुआ.
पिंकी इस पर कुछ नहीं बोली. वो मुस्कुराते हुए वाशरूम में चली गयी.
रवि ने नीचे फोन करके डिनर का आर्डर दे दिया. अब तीनों कपड़े पहन कर बैठ गए.
रवि ने अनिल से कहा- अनिल आज एक अधूरा काम पूरा हुआ. पर बस आज के बाद नहीं.
अनिल ने भी दिखावे को उससे ये वादा किया कि तूने आज बरसों की तमन्ना पूरी की है. आज से मैं और पिंकी देवर भाभी जैसे रहेंगे.
डिनर के बाद अनिल चला गया.
पिंकी चुदासी थी. उसकी आज जम कर चुदाई हुई थी. रवि की मौजूदगी के कारण डर नहीं था.
दोनों के कपड़े फिर उतर गए और आज बरसों बाद पिंकी ने रवि के साथ मन भर कर सेक्स किया. फिर दोनों नंगे ही सो गए.
सुबह पांच बजे रवि की आंख खुली. तो वाशरूम होकर आकर वो फिर से पिंकी के ऊपर चढ़ गया. फिर से एक जबरदस्त चुदाई का कार्यक्रम हुआ.
बाद में घर वापस लौटते समय रवि ने पिंकी से कहा कि उसके पास पिंकी और अनिल की कॉल डिटेल आती है. उसे मालूम है कि तुम दोनों घंटों बातें करते हो. पर अगर पिंकी तुम अपने और मेरे संबंध अच्छे रखना चाहती हो, तो अब ये सब बंद कर दो.
पिंकी ने भी सोचा कि चलो अच्छा है सस्ते में जान छूट रही है.
रवि को उसके और अनिल के सेक्स के बारे में पता नहीं है. तो उसने भी रवि से वादा किया कि अब वो ध्यान रखेगी और रवि को कभी कोई शिकायत नहीं होगी.
इसके एक साल बाद एक दिन अचानक पुराने कपड़ों में कुछ ढूंढते हुए रवि के हाथ पिंकी की एक डायरी लग गयी जिसमें उनके घर और होटल के सेक्स का जिक्र था.
उसमें पिंकी ने अपने हर मैसेज को भी लिखा था और अनिल से आये हर मैसेज को लिखा था.
ये सब पढ़ कर रवि का खून खौल उठा.
वो हर तरह से सक्षम था. उसका मन किया कि अनिल या पिंकी को इसकी सजा दे.
फिर उसे अपने और अनिल के बच्चों का ख्याल आया. उसने सोचा कि पिंकी को उकसाया तो उसी ने था.
पर अनिल के शातिरपने पर उसे बहुत गुस्सा आ रहा था.
डायरी में पिंकी ने अनिल द्वारा बनायी गयी रवि के लिए सभी बातों और रवि से सेक्स न करने की बात का भी जिक्र किया था.
रवि ने रात को पिंकी से पूछा- क्या तुम कभी अनिल से अकेले मिली हो?
पिंकी साफ़ नकार गयी.
रवि ने फिर पूछा- कभी अनिल और तुमने कुछ गलत किया है?
तो पिंकी भड़क गयी कि तुम ऐसा सोच भी कैसे सकते हो.
अब रवि ने पिंकी के सामने वो डायरी रख दी.
पिंकी का चेहरा फक्क रह गया,
वो रो पड़ी.
उसने रवि के पैर पकड़ लिए बोली- मैं बहक गयी थी, मुझे माफ़ कर दो.
रवि चुपचाप देख रहा था.
पिंकी ने फिर से कहा- अगर तुम मुझे अपने साथ नहीं रखना चाहो, तो मैं कोई भी बहाना बना कर अपने मायके चली जाऊंगी. पर तुम ये बात किसी को नहीं बताना, वर्ना कोई मुझे इज्जत नहीं देगा.
पिंकी फूट फूट कर रो रही थी.
रवि बिल्कुल चुप था.
उसने पिंकी के गालों को अपने हाथ में लेकर कहा- मैं सब कुछ भूलने को तैयार हूँ, अगर तुम मुझसे वफ़ा का वादा करो.
पिंकी को तो मानो नयी जिन्दगी मिल गई.
उसने दिल से ये वादा किया और तभी अनिल को फ़ोन करके कहा कि अनिल अब तुम हमारी जिन्दगी से हमेशा के लिए दूर हो जाओ. इसी में तुम्हारा और हमारा घर बसा रहेगा. जो हो गया उसे भूल जाओ.
इसके बाद रवि और पिंकी एक बार फिर खुश होकर अपनी जिन्दगी बसर करने लगे.
वो हर तरह से सेक्स लाइफ को एन्जॉय करते हैं और सबसे कहते हैं कि जिन्दगी का मजा तो सिर्फ लाइफपार्टनर के साथ ही है. फेंटेसीज सिर्फ ख्वाबों-ख्यालों में ही ठीक हैं, वर्ना जिन्दगी बर्बाद कर देती हैं.
दोस्तो, आपको मेरी सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मेल लिखिएगा.
enjoysunny6969@gmail.com