चाची ने दिया बहन की चूत का गिफ्ट

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम साहिल है। मेरी चाची का नाम रूबी है। ये कहानी चाची की छोटी बहन के साथ सेक्स के मजे की है। उसका नाम रेशमा है और उसकी उम्र 24 साल की है और वो दिल्ली से एम.बी.ए कर रही है, में भी दिल्ली का हूँ। अब बातें बहुत हो गयी, अब में आपको सीधा अपनी स्टोरी सुनाता हूँ। रूबी चाची ने मुझे तोहफे में अपनी बेहन रेशमा की चूत दिलवाई थी। अब रेशमा की छुट्टीयाँ चल रही थी, तो वो हमारे यहाँ कुछ दिनों के लिए रहने आई थी। में चाची को रोज चोदता था या जब मौका मिलता था तब चोदता था और चाची प्रेग्नेंट भी हो गयी थी और मेरे बच्चे की माँ भी बनने वाली थी। तब चाची ने मुझे मना कर दिया कि मुझे अब मत चोदो, मेरे पेट में बच्चा है। तब में चाची से बोला कि फिर मेरे लिए अपनी जैसी मस्त चूत का इंतज़ाम करो। तब वो बोली कि ठीक है।

फिर अगले दिन रेशमा घर आई तो में उसको देखता ही रह गया, वो बहुत ही खूबसूरत है और उसका फिगर भी बहुत मस्त है। अब मेरा तो लंड उसको देखते ही खड़ा हो गया था और अब मैंने उसको चोदने का इरादा भी कर लिया था। फिर में चाची के पास गया और बोला कि चाची मुझे अपनी बहन की चूत दिलवा दो और आपने मुझसे वादा भी किया है कि आप मेरे लिए मस्त चूत का इंतज़ाम करोगी और रेशमा की चूत तो बहुत मस्त होगी, एकदम आपकी तरह। पहले तो चाची ने मना किया, लेकिन फिर मेरे बार-बार कहने पर चाची मान गयी और बोली कि रेशमा मेरे साथ सोती है तो तू रात में मेरे रूम में आ जाना और फिर में रात का इंतज़ार करने लगा।

फिर जैसे तैसे रात आई। फिर में रात के करीब 1 बजे चाची के रूम में गया। जब रेशमा सो रही थी, लेकिन चाची जाग रही थी। फिर में अंदर गया और रूम लॉक कर दिया। फिर में अंदर जाकर रेशमा के पास लेट गया, उसने सूट पहना था, जो पारदर्शी था तो उसकी पेंटी और ब्रा साफ़-साफ़ नजर आ रहे थे। फिर मैंने जैसे ही उसके मस्त बूब्स पर अपना हाथ रखा। तो वो उठ गयी और मुझे देखने लगी और चाची से बोलने लगी कि ये क्या हो रहा है? अब में चुप था। तभी चाची बोली कि आज से ये तेरा पति है जो ये करता है वो इसको करने दे, में तेरी बड़ी बहन हूँ, ये सब गलत नही है, में भी इससे चुदवाती हूँ, आज तू भी चुदवा ले, तुझे बहुत मज़ा आएगा। फिर वो बोली कि ये सब मैंने पहले नहीं किया। तो ये सुनकर में बहुत खुश हो गया कि आज मुझे कुंवारी चूत मिलेगी।

फिर चाची ने रेशमा का सूट उतार दिया और अपने हाथ से उसकी ब्रा का हुक तोड़ दिया। अब रेशमा कुछ नहीं कर पा रही थी। अब मैंने उसके हाथ पकड़ लिए थे। फिर मैंने भी फटाफट से अपने कपड़े उतार दिए और एकदम नंगा हो गया। फिर तब रेशमा मेरे फौलादी लंड को देखने लगी, जो अब खड़ा हो चुका था और उछलकूद कर रहा था। फिर चाची ने रेशमा की चूची अपने मुँह में ली और चूसने लगी और साथ-साथ मेरे लंड को अपने एक हाथ में लेकर हिलाने लगी थी। अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। अब थोड़ी देर में रेशमा भी मस्ती में आने लगी थी और अपने मुँह से उम्म्म्ममममम, ऊऊ, ओह की आवाजें निकालने लगी थी। फिर में खड़ा हुआ और रेशमा का पजामा उतार दिया और उसकी पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने लगा था। अब रेशमा तो पागल होने लगी थी और सेक्सी-सेक्सी आवाजें निकालने लगी थी आआहह, आआआआअहह। दोस्तों ये कहानी आप antarvasnastory.org पर पड़ रहे है।

फिर मैंने अपने मुँह से रेशमा की पेंटी उतार दी और बिना टाईम वेस्ट किए अपना मुँह उसकी रसवाली चूत पर रखकर चूसने लगा था। अब उसकी चूत बहुत गर्म हो गयी थी और उसकी चूत में से रस टपक रहा था, जिसको में पी रहा था। फिर चाची ने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी थी। अब में मज़े से रेशमा के बूब्स पी रहा था। फिर चाची उठी और रेशमा की जाँघो पर बैठ गयी और अपने कपड़े उतारने लगी और फिर अपने कपड़े उतारकर वो अपनी चूत को रेशमा की चूत पर रखकर रगड़ने लगी थी। फिर मैंने अपना लंड रेशमा के मुँह दे दिया तो पहले तो वो मना कर रही थी और फिर वो ज़ोर-ज़ोर से मेरा लंड चूसने लगी थी। अब रेशमा काफ़ी गर्म हो चुकी थी और अब मेरा लंड भी फड़फड़ा रहा था।

फिर चाची रेशमा के ऊपर से उतर गयी और बोली कि साहिल राजा ये तेरी दुल्हन है, इसकी जरा ध्यान से चुदाई करना और हंसने लगी थी। फिर में रेशमा की दोनों टांगो के बीच में बैठ गया और अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा था। तब रेशमा डर गयी और बोली कि तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है, मेरी चूत फट जाएगी। तब में बोला कि थोड़ा सा दर्द होगा बस फिर मज़ा आएगा। तब वो मान गयी और फिर मैंने अपना लंड रेशमा की चूत पर रखा और फिर चाची ने अपने बूब्स रेशमा के मुँह में डाल दिए, ताकि वो ज़ोर से ना चिल्लाए और फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत के छेद पर रखकर एक ज़ोरदार झटका मारा। वो दर्द से कराहने लगी और अब उसकी आँखों में से आसूं निकल गये थे। अभी तो मेरा सिर्फ टोपा टोपा ही उसकी चूत में अंदर गया था, क्या बताऊँ? बहुत ही टाईट चूत थी उसकी, एक-एक इंच का पता चल रहा था कि मेरा लंड कहाँ तक पहुँचा है? फिर थोड़ी देर के बाद वो थोड़ी शांत हो गयी और फिर मैंने एक ज़ोरदार झटका मारा और अपना आधा लंड उसकी चूत में घुसा दिया। तब वो चिल्लाने लगी आआहह निकालो, निकालो, में मर जाऊंगी, निकालो, प्लीज आआहह में मर गयी।

फिर तब मैंने फिर से एक जोरदार झटका मारा और अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया। अब वो बहुत ज़ोर-ज़ोर से रोने लगी थी और अब उसकी चूत फट गयी थी और उसमें से खून निकलने लगा था। फिर मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाए, ताकि उसको ज्यादा दर्द ना हो और फिर थोड़ी देर के बाद में वो शांत हो गयी और अब उसे भी मज़ा आने लगा था। तब चाची बोली कि क्यों रेशमा मज़ा आ रहा है ना? तो तब रेशमा बोली कि हाँ दीदी बहुत मजा आ रहा है। फिर ये सुनते ही मैंने अपने धक्के तेज कर दिए और स्पीड से उसकी चुदाई करने लगा था। फिर 5 मिनट के बाद रेशमा झड़ गयी और मेरे लिप्स पर स्मूच किस करने लगी थी। फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उस पर खून लगा हुआ था तो तब मैंने अपना लंड रेशमा के मुँह में डाल दिया और अब वो मज़े से उसको चूसने लगी थी। अब में थक गया था।

फिर मैंने रेशमा को अपने ऊपर लेटाया और चोदने को कहा। तब रेशमा मेरे ऊपर चढ़ गयी और मेरा लंड अपनी चूत में डालकर धक्के लगाने लगी थी और ज़ोर-ज़ोर से किस करने लगी थी और आआआहह, उउऊहह, उम्म्म्ममममममममममह कर रही थी और बोली कि आई लव यू साहिल, आई लव यू और फिर रेशमा फिर से झड़ गयी, इस बार तो उसने बहुत सारा पानी निकाला था। फिर मैंने उसे कसकर पकड़ लिया और अपने धक्के चालू रखे, क्योंकि अब में भी झड़ने वाला था और फिर मैंने अपना लंड जल्दी से बाहर निकाला। तब चाची ने फटाफट से मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगी थी और फिर थोड़ी देर के बाद में चाची के मुँह में ही झड़ गया। फिर उस रात मैंने 2 बार चाची की गांड भी मारी और रेशमा की फिर से चुदाई की। फिर अगले दिन रेशमा की तबियत खराब हो गयी और अब उससे दर्द के मारे चला भी नही जा रहा था। फिर हम तीनों ने आगे भी मौका मिलने पर खूब चुदाई की और खूब मजा किया ।।

धन्यवाद …

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