बहन की सहेली की पहली चुदाई | Saheli Ki Chudai

हैल्लो दोस्तों, आज में आपको जो सेक्स की कहानी सुनाने जा रहा हूँ, वो किसी और की नहीं मेरी अपनी है, जो मैंने अपनी छोटी बहन की एक दोस्त के साथ किया था। अब इससे पहले की में अपनी कहानी शुरू करूँ में अपना और उस लड़की का परिचय आपसे करा देता हूँ। में 27 साल का प्राइवेट ऑर्गनाइज़ेशन में काम करने वाला बैचलर हूँ। मेरे साथ मेरी बहन रहती है, जो कुछ दिन पहले ही होस्टल छोड़कर मेरे साथ रहने आई है। आज जिस लड़की की कहानी में आपको सुनाने जा रहा हूँ उसका नाम सुमन है, जो दिखने में इतनी सुंदर है कि उसको देखने के बाद मेरा मन हमेशा ही उसके साथ सोने का करने लगता था। में अपनी बहन के साथ दो रूम के एक फ्लेट में रहता हूँ। अब में आपको सीधा मेरी कहानी की तरफ ले चलता हूँ।

ये कहानी आज से 2 महीने पहले की है, में उस दिन रूम पर अकेला था, क्योंकि मेरी बहन उस दिन सुबह मेरे एक कजिन के यहाँ चली गयी थी। अब में जैसे ही अपने ऑफिस के लिए निकल रहा था, तो वैसे ही उसकी एक दोस्त का फोन आया। फिर उसने मेरी बहन के बारे में पूछा, में जानता था कि मेरी बहन उस दिन शाम से पहले नहीं आने वाली है और ये सुमन को चोदने का अच्छा मौका है। तो तब मैंने उससे बोल दिया कि मेरी बहन अभी नहीं है, लेकिन वो 5 मिनट में आ जाएगी। तब वो बोली कि में भी 10 मिनट में आ रही हूँ। अब में उसके आने की तैयारी करने लगा था। में उस दिन ये मौका छोड़ना नहीं चाहता था।

फिर मैंने 10 मिनट के अंदर सारी तैयारी पूरी कर ली। फिर कुछ देर के बाद में जैसे ही नीचे गया तो वो रिक्शे से उतर रही थी। फिर मैंने उसे ऊपर चलने के लिए कहा। फिर जब उसने मेरी बहन के बारे में पूछा तो तब मैंने बताया कि में उसे बुलाने जा रहा हूँ, तो तब मैंने देखा कि वो ऊपर चली गयी। अब में नीचे की सीढ़ियों का दरवाजा बंद करके ऊपर आ गया था। फिर जब में रूम में आया तो मैंने उसे रूम में कुर्सी पर बैठा पाया। फिर मैंने उसे पानी पिलाया। अब वो कंप्यूटर चालू करके गेम खेलने लगी थी। फिर कुछ देर बात करने के बाद जब मेरे सब्र का बाँध टूटा तो तब में किचन में गया और वहाँ से आने के बाद में उसके पीछे जाकर उसको अपनी बाँहों में लपेटते हुए उसके दोनों बूब्स को दबाया। अब मेरे इस प्रकार के व्यवहार से वो घबरा गयी थी और फिर वो बोली कि भैया आप ये क्या कर रहे है? और फिर वो खड़ी हो गयी। तब मैंने उसको बता दिया कि मेरी बहन मेरे कजिन के पास गयी है और वो अब शाम को आएगी। अब मैंने उसे अपने पास सटा लिया था और उसकी दोनों चूचीयों को दबाने लगा था।

फिर में बोला कि देखो सुमन मैंने जब से तुमको पहली बार देखा है तभी से मेरा मन तुमसे सेक्स करने के लिए बैचेन था, आज मेरे पास अच्छा मौका था तो में इसको कैसे जाने देता? फिर कुछ देर तक ना ना करने के बाद अब उसने विरोध करना बंद कर दिया था। फिर मैंने उससे बेड पर चलने के लिए बोला, तो वो बेड के पास चली गयी। फिर मैंने उसकी जींस के बटन को खोलते हुए उसकी चैन को खोल दिया और उसकी पैंट को नीचे गिरा दिया था। फिर मैंने उसे पैंट को अपने पैर से निकालने के लिए बोला। तो तब उसने अपनी पैंट को अपने पैर से अलग कर दिया। फिर मैंने उसे अपनी पकड़ से अलग किया और उसे बेड पर लेटने के लिए बोला, तो वो बेड पर लेट गयी थी। फिर मैंने उसके टॉप को खोला, तो तब मैंने देखा कि उसने ब्लेक कलर की ब्रा पहन रखी थी। तब में बोला कि ब्लेक कलर का अंडरगारमेंट्स तुम पर बहुत सूट करता है। तो तब वो मुस्कुराने लगी थी।

फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी पैंटी के ऊपर रखा, तो वो आआआआआहह करके अंगड़ाई लेने लगी। अब मैंने अपने दोनों हाथों से उसकी पैंटी को एक ही झटके में घुटने तक पहुँचा दिया था। फिर जैसे ही मेरी नजर उसकी चूत पर गयी तो मेरे लंड को तो जैसे बर्दाश्त करना मुश्किल हो गया था। अब वो तो जैसे बाहर आने के लिए बैचेन हो गया था। फिर मैंने अपने एक हाथ को उसकी चूत के ऊपर फैरते हुए और उसे हल्का सा पुश करते हुए बोला कि काफ़ी सख्त है। तब उसने अपनी आँखें बंद कर ली और चुपचाप लेटी रही। फिर मैंने देरी करना उचित नहीं समझा और झट से अपने लंड को टावल से बाहर निकाल दिया। फिर जैसे ही मेरे लंड ने अपने अगले हिस्से को बाहर निकाला तो तब वो अपनी आँखें खोलकर मेरे लंड के ऊपर देखने लगी। तब मैंने देखा कि वो काफ़ी ध्यान से देख रही थी। फिर मैंने उठकर पास की टेबल पर पड़े हुए तेल के डिब्बे को लेकर अपने बेड के पास रख दिया और उसकी जाँघ पर बैठ गया था।

फिर मैंने उसकी चूत को फैलाते हुए तेल के डिब्बे से थोड़ा तेल निकालकर उसकी चूत की दोनों दीवारो पर लगाया। तो तब मैंने देखा कि मेरे लंड के मुँह पर पानी आ गया था तो तब मैंने उसे लंड के अगले हिस्से पर मल दिया। फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर सटाते हुए उसे चूत को फैलाने के लिए बोला। तब उसने अपने दोनों हाथों से अपनी चूत को फैलाया। फिर मैंने जैसे ही उसकी चूत को फैले हुए देखा तो एक ज़ोर का झटका मारा। तो तब वो ज़ोर से आआआआआ, उउउ करके सिहर उठी। फिर मैंने अपनी कमर को रोक लिया और तब वो बोली कि प्लीज निकाल दीजिए। फिर मैंने पूछा कि क्यों? तो तब वो बोली कि बहुत दर्द हो रहा है। फिर में बोला कि कभी सेक्स नहीं किया है क्या? तो तब वो बोली कि नहीं। तो तब में बोला कि तभी तुमको पता नहीं है कि कितना अच्छा लगता है? फिर मैंने उसकी ब्रा को खोलने के लिए उसको पीठ उठाने के लिए बोला, तो उसने अपनी पीठ को उठा लिया।

फिर मैंने उसकी ब्रा को खोलकर अलग निकाला और फिर जैसे ही मेरी नजर उसकी नंगी चूचीयों के ऊपर पड़ी तो तब मेरे तो लंड के साईज़ में जैसे जोश ही भर गया था। फिर मैंने उसकी दोनों चूचीयों पर हल्का-हल्का सा तेल लगाया और अपनी दोथों हथेलियों से उसके दोनों बूब्स को मसलना शुरू कर दिया। फिर कुछ देर तक मसलने के बाद जब मैंने देखा कि उसकी पकड़ ढीली पड़ने लगी है। फिर तब मैंने फिर से अपनी कमर को हिलाना शुरू कर दिया। अब उसकी दोनों चूचीयाँ जो कि बिल्कुल ही तनी हुई थी, में उनको मसलने के साथ ही अपनी कमर को भी हिला रहा था और उसके चेहरे को देख रहा था। अब वो आआ, उउउ, आआआआआआहह, आआआआआ, आआआआ, हाईईईईईईईईई, आआआआ, नहीं, आआआआआ करके मौन कर रही थी। तब मैंने उससे पूछा कि क्या दर्द कर रहा है? तो तब वो बोली कि हाँ। फिर जब मेरा लंड कुछ और अंदर चला गया तो तब मैंने कुछ देर के बाद अपने लंड के रास्ते में कुछ अड़चन महसूस की। अब में समझ गया था कि ये उसकी वर्जिनिटी थी। दोस्तों ये कहानी आप antarvasnastory.org पर पड़ रहे है।

फिर मैंने अपनी कमर को थोड़ा सा ऊपर उठाया और उसकी कमर को अपने दोनों हाथों से पकड़कर ज़ोर से एक झटका मारा, तो मेरे इस झटके से वो ज़ोर से आआआआआ, हाईईईईईईईईई, आआआआआहह, प्लीज, आआआआआआआआहह, निकालो ना, आआआ, हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई करके चिल्ला उठी। तो तब मैंने अपने लंड को थोड़ा बाहर निकाल दिया और उसकी दोनों चूचीयों को फिर से मसलना शुरू कर दिया। फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी कमर को ज़ोर-ज़ोर से हिलाना शुरू कर दिया और उसकी आआआअहह, ऊऊऊओह की आवाज को जब मैंने देखा कि रुकने वाली नहीं है। तो तब मैंने अपने होंठो से उसके होंठो को कस लिया और ज़ोर-ज़ोर से झटके मारने लगा था। तब उसने अपने होंठो को आज़ाद करते हुए पूछा कि अब और कितना बाहर है भैया? तो तब में बोला कि थोड़ा ही है, डाल दूँ पूरा। तब उसने हाँ में अपने सिर को हिलाया। फिर मैंने अपनी कमर को ज़ोर के झटके के साथ अपने लंड को पूरा अंदर कर दिया।

फिर कुछ देर तक ज़ोर के झटके मारने के बाद जब मैंने महसूस किया कि मेरा वीर्य उसकी चूत में जाने वाला है तो तब मैंने एक तरफ से उसकी चूचीयों को ज़ोर-जोर से मसलना शुरू किया तो दूसरी तरफ से उसके होंठो को चूसना शुरू किया। अब वो भी मेरे सुर के साथ अपना ताल मिलाने लगी थी। तब मैंने पूछा कि मज़ा आ रहा है? तो तब उसने अपना सिर हाँ में हिलाया। फिर कुछ देर के बाद मेरा वीर्य उसकी चूत को गीला करने लगा। तब वो आई लव यू, हाईईईईईई, उउउ, आआआआअहह, हाईईईईई, उउह करके अपने दोनों हाथों को मेरी पीठ पर रगड़ते हुए पूरी तरह से मेरे आघोश में आ गयी थी। फिर कुछ देर तक वैसे ही पड़े रहने के बाद मैंने उठकर अपने लंड को बाहर निकाला तो उस पर खून लगा हुआ था। फिर मैंने उसकी चूत को देखा तो वो काफ़ी फूल चुकी थी।

फिर वो चुपचाप कुछ देर तक वैसे ही लेटी रही और फिर थोड़ी देर के बाद उठकर अपने कपड़े पहनकर बाथरूम में गयी और फिर वहाँ पेशाब करने के बाद जब वो बाहर आई तो तब वो मुस्कुराते हुए मुझसे रोड तक छोड़ने के लिए बोली। तब में उसके साथ रोड तक गया। फिर मैंने रास्ते में उससे पूछा कि कैसा लगा? तो तब वो बोली कि बहुत अच्छा लगा, मैंने तो कभी सोचा भी नहीं था कि इतना मज़ा आता है। फिर मैंने उसे ऑटो में बैठा दिया और वापस अपने रूम पर आ गया ।।

धन्यवाद …

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