हेल्लो दोस्तों ,मेरा नाम कृष्णा है ,और मई वड़ोदरा की रहेने वाला हु ,मुझे सविता भाभी की स्टोरीज पड़ना बेहद पसंद है ,मई अपने साथ एक भाभी की कहानी यहाँ पे लेकर अरह हु ,उनका नाम भी सविता है . दोस्तों मई फॅमिली का एकलौता लड़का हु ,घर में इसलिए मेरे ठाट बात चलता है ,मई रात रात भर बहार भी रहा करता हु ,तो घर में ज्यादा सुनना नहीं पड़ता है ,मम्मी कभी कुछ बोले भी तो ,पापा कभी कुछ नहीं करते .
बलके मम्मी को डाटते है ,की ये उम्र ही है खेलने कूदने का .पर हम लोगो को मालूम था ,की रात रात भर क्या खेल चलता रहेता है . दोस्त लोग रात को रंडिया चोदने को लेके आता था ,वोह लोग रूम में अकेले ही रहेता था ,और हम भी कभी कभार लेके आते थे ,जब मम्मी पापा सैट संग में जाते थे .एकबार दिवाली के रात एक पटाका माल लाये थे ,पूरी रात भर बजाया ,वोह माल बड़ा सोलिड था .चूची था इतना बड़ा बड़ा और चूत तो जैसे था पूरा मक्खन ,डालते जाओ डालते जाओ और मजा लेते रहो . पूरा रात भर मई और मेरा दोस्त राज दोनों मिलके किया ,उसीका एक दोस्त ने उसका नंबर दिया था .
उसका एक्स गर्लफ्रेंड था बड़ा ही चुदक्कर लड़की था ,पता नहीं कितने लड़के से चुदवाई होगी . दोस्तों मई सविता भाभी का बर्णन थोडा सा कर लू ,मिडिल एज्ड औरत है ,उम्र करीबन ३५ के आसपास होगी ,एक छोटी बेटी है ८-९ साल के बिच ,पति एक मोटा सा सेठ टाइप का है ,और उनके हमेशा टिप योप में देखा ,पूरा साज धज के रहेती थी ,और हमारे पड़ोस में रहेती थी ,सुनने में आया था की सविता का जो बेटी है वोह उसका पति का नहीं है ,जब उसका पति काम से बहार जाती है ,वोह उनके आशिक के साथ मिलती है . हमे ये बात का यकीन तब हुआ जब हम अपने आँखों से देखे ,फिर हमारे दिमाग में एक प्लान आया क्यों न सविता भाभी को चोदने के लिए प्रोपोसे किया जाए.
मई उनके घर कभी कभी आया जाया करता था ,तो मई उनके घर ज्यादा आने जाने का सोच लिया .एकदिन न्यूज़ पेपर की बहाने ,कभी भाभी को घर के काम में हेल्प करने के लिए ,तो इसी तरीके भाभी और हमारे बिच नस्दिकी घट गया . भाभी के रूम में एकदिन गया ,और देखा की रूम में कोई नहीं है ,इधर उधर देखा तो भाभी दिखाई नहीं दिया ,कुछ देर पता चला की भाभी बात रूम में है ,और नाहा रहा है ,मेरी दिमाग में हल चल मच गया सोचा अज भाभी को नंगा नहाते हुआ देखूंगा और इस नज़ारे का लुफ्त उठाऊंगा . मई धीरे धीरे बात रूम के पास गया और की होल से झाका तो पूरा भाभी की शरीर का खूबसूरती मेरे आँखों के सामने था ,आंख जैसे खुली के खुली रहे गई .लैंड दिमाग के ऊपर चरने को बेताब हो गया .मेरे लंड खड़ा हो गया था जो भाभी की मोटी मोटी गांड के छेद में घुसना चाह रहा था .
मई उसदिन अपने अप को हिलाके भी संतोष नहीं कर पाया .भाभी नहाके बहार निकली और रूम बंद कर के कपडा चंगे करने लगी ,तो मई उनके रूम के सामने गया तो मुझे उधर से कुछ नहीं दिखाई दिया ,आचानक दरवाजे में घंटी बजी ,और भाभी जल्दी से बहार गया और दरवाजा खोला ,कुछ देर तक बेहेस करने की आवाज सुनाई दिया . मई देखने के लिए बहार गया ,तो देखा भाभी का वोह आशिक था और भाभी उसको समझा रहा था की उसको पैसा चाहिए .भाभी ने काफी देर तक धमकाया पर वोह जाने के लिए तैयार नहीं था ,तो मई आया और भाभी को बोला ,”बात क्या है भाभी ?” भाभी ने बोला ,”देखो ना कृष्णा ये आदमी झमेला कर रहा है ,यहाँ पे आके .” मुझे आना ही था तो मई बोला ,”भाई साब भाभी जब कहे रही है ,अप को जाने के लिए तो आप फोरान जाइये नहीं तो मुझे पुलिस को बुलाना पड़ेगा .”
तो वोह गरिया ता हुआ ,”अच्छा नया चमन ढूंड लिए हो अपने लिये ,ठीक है मई अभी जा रहा हु पर बाद में अयुंगा .” भाभी दरवाजा बंद कर दिया ,और मेरा हाथ पकड़ के अन्दर लेगेया ,दरवाजा बंद किया और कहा ,”कृष्णा मई एक बड़ी मुसीबात में हु,तुम ही मुझे बाचा सकते हो ,मुझे तुम्हारी हेल्प चाहिए .” मई कहा बात क्या है भाभी ,आप इतना घबराया क्यू है ? भाभी ने कहा ,”मई बताऊंगा पर तुम्हे एक प्रॉमिस रखना पड़ेगा की तुम ये बात किसीको नहीं बताओगे . मई कहा ,”नहीं भाभी आप बेफिकर होक बताइये .” antarvasna भाभी शुरु किया अपना करतूत ,”ये आदमी मुझसे पैसा मांग राहा है जोर जबरदस्ती ,फ़ोन करके रात में पदेशन करता है ,और धमकी भी देता है ,की मेरा पति को सब कुछ बाता देगा ,आब तुम से छुपाना क्या है मई इससे अपना हवास पूरी करता था ,और ये आदमी मेरा इस बात क्या फ़ायदा लिया ,और मेरा एक विडियो बना लिया .
अब मई बोहोत बुरी तरीके से फस गया .” भाभी अप कोई टेंशन ना लो -मई भाभी की बोहोत नश्दिक अगेया और भाभी की हाथ पकड़ लिया और मई उनके हाथ पकड़ के मेरे हाथ में ले लिया ,और कहा भाभी ये सब कुछ में मई अप के साथ हु . भाभी मुस्कुराया और कहा ,”सही में ,जानते हो मई तुम्हे पसंद करने लगी हु .मई तुमको कैसी लगती हु .” भाभी को कहा ,”बोहोत सेक्सी और हॉर्नी ,भाभी अप की खुबसूरत होठो पे किस कर सकता हु .” भाभी कहा रुको ,मई खिड़की बंध करता हु पहेले ,अब पूरा खेल मेरे हाथ में था ,और मई भाभी की दिल और चूत दोनों जीत गया था . भाभी ने कपडे उतरना स्टार्ट किया मई भी अपना लैंड लेके भाभी के पीछे से जकड़ लिया ,मेरा खड़ा हुआ लंड भाभी के पीछे घुस गया भाभी मेरा सर को प्यार से चूम लिया ,और मुझे अपने बदन के साथ कास के जकड़ लिया .मेरे और भाभी के बिच सारे दूरिय मिट गयी थी .अब हम दोनों के बिच कोई नहीं था . न उसकी पति न उसका आवारा आशिक .मई अब आजाद था .मई पूरा ठान लिया था की भाभी को किसी तरीके से मुसीबात से बचाऊंगा और भाभी के साथ मेरा रोमांस युही चलता चले जायेगा . धन्यबाद ………… शेयर करे :