पत्नियों की फेरबदल करके चुदाई करी

मेरे पति और उनके दो दोस्त, किट्टू और विक्कु, अपने लिविंग रूम में खेल देख रहे हैं। मैं जींस और ब्लाउज पहनकर कुछ पीने और नाश्ता लेके आती है। जब वह झुकती है तो वह देखती हैं कि वो दोनों दोस्त नीचे लटकते हुए मेरे स्तनों को मेरी शर्ट के नीचे से देख रहे थे। मैं आश्चर्य से ऊपर देखा, फिर नीचे अपने स्तनों को देखा। मैं हांफती हुई जल्दी से फिर से खड़ी हो गयी और अपने ब्लाउज के ऊपरी हिस्से को बंद कर दिया। सब हंस पड़ते हैं। आप जानते हैं कि मुझे इससे नाराज होना चाहिए, लेकिन मैं खुद की मदद नहीं कर सकती और हर किसी के साथ बस हंस सकती थी। मेरे पति और उनके दोस्त कुछ समय से शराब पी रहे थे इसलिए वह ढीले महसूस कर रहे थे, लेकिन मैं दोपहर भर अपना काम करती रहीऔर पूरी तरह से शांत थी।

तभी उनमे से एक फिर से मेरा मज़ाक उड़ाता है, लेकिन विक्कु ने मेरी शर्ट को फिर से नीचे से देखने के लिए अपनी गर्दन को मोड़ दिया क्योंकि मैं फिर से झुकी हुई थी। इस बार वह सब थोड़ा कम हंसें और ऐसा महसूस कर रहे थे कि मजाक पुराना होता जा रहा है। तभी मेने उन सबसे कहा की आप लोगों की घर पर अपनी पत्नियां नहीं हैं। वह अजीब ढंग से मुझे देखने लगे और मैं भी अपनी शैतानी नजरों से देखने लगी। किट्टू मेरे शरीर को ऊपर और नीचे देखता है। मैंने उसे ऐसा करते हुए देखा लेकिन अपना मुंह बंद रखते हुए मेने भी अपने मम्मो पर हाथ फेरते हुए उसे थोड़ा उकसा दिया।

वह मेरे बड़े हुए स्तनों को देखते हुए कहता है की वो मुझे चोदे बिना नहीं रहेगा। वह मेरे पति से कहता है की जब आप किसी के साथ सालों तक रहते हैं, तो आप उन्हें यौन रूप से देखना बंद कर देते हैं। वो मेरे पति को अपनी पत्नी के साथ सेक्स करने के लिए मना लेता है। मेरे पति को अपनी पत्नी की गुलाबी और मुलायम चुत के पीछे लगा देता है। उसके बाद वह मेरी और बढ़ता है और मुझसे बहुत करीब आकर बात करने लगता है। वही दूसरी तरफ विक्कु बैठा यह सब देख रहा होता है। वो भी कुछ देर बाद मेरे पास आ जाता है। वो दोनों मुझे घेर चुके थे बस वो इंतज़ार कर रहे थे कब मैं उन्हें एक इशारा दू और वो मेरी चुत मार के उसका भोसड़ा कर दे।

मैं रसोई में थी वो दोनों भी मेरे बिलकुल पीछे ही खड़े थे। मेरे पति किट्टू की बीवी के साथ अंदर बैडरूम में चुदाई कर रहे थे। उनकी चुदाई इतनी जबरदस्त चल रही थी की किट्टू की पत्नी की चिल्लाने की आवाज़ और उसकी चुदाई की आवाज़ कमरे से बहार भी आ रही थी। एक बार को तो किट्टू डर गया था की कही मेरे पति उसके बीवी को चोद-चोद कर मार न दे। लेकिन किट्टू ने सोच रखा था की वो मेरे पति के सरे बदले मेरी चुत मार कर निकालेगा। बस यही बात थी जिसकी वजह से मैं उन दोनों से चुदने के लिए तैयार नहीं थी। हालांकि, मेरा तो सपना था अपने पति के अलावा किसी गैर मर्द से दबा के चुदने का। थोड़ी देर वो दोनों मेरे आगे पीछे घूमते रहे मुझे अपनी बातो में फ़साते रहे।

लेकिन जब उन्हें लगा की मैं ऐसे नहीं मानूंगी तो उन्होंने टीवी में एक बहुत ही जबरदस्त पोर्न चला दी और आवाज़ बढ़ा दी। जैसे हो पोर्न आगे बढ़ती रही उसमे लड़की की चिल्लाने की और चुदाई की आवाज़ मुझे मदहोश कर रही थी। तभी मैं पीछे मुड़ी यह देखने के लिए तो वो दोनों सोफे पर बैठे थे लेकिन बिना किसी कपडे के। उन दोनों के बड़े और सख्त लंड उनके पेट के ऊपर से मुझे देख रहे थे और मेरे भी उनके लंड से नज़र एक पल के लिए भी नहीं हटी। बस इसके बाद मैं खुद को उन दोनों से चुदने से रोक नहीं पायी। मैं उनकी तरफ बढ़ी और मेने विक्कु के लंन्ड को पहले पकड़ा फिर प्यार से सहलाया और बहुत सारी चुम्बन दे दी।

तभी किट्टू से यह देख कर रहा नहीं गया और वो मुट्ठी मारने लगा लेकिन मेरे उसे रोका और उसके लंड को अपने हाथ से सहलाने लगी। वही एक तरफ मैं विक्कु के लंड को गहराई तक चूस रही थी और विक्कु को पूरी तरह से मदहोश कर रही थी। विक्कु के लंड को काफी देर तक चूसने के बाद मैं किट्टू के लंड को चूसना शुरू कर दिया। वही विक्कु ने मेरे कपडे उतरने शुरू कर दिए। मेने साड़ी पहन रखी थी और विक्कु ने मेरी साडी उतार दी थी। फिर वो मेरे पेटीकोट को उतारने में लग गया और किट्टू ने मेरे ब्लाउज को खोल कर मेरी ब्रा के सारे हुक खोल दिए थे। मैं लगातार किट्टू के लंड को अच्छे से चूस रही थी।

विक्कु ने मेरा पेटीकोट उतारने के बाद मेरी पैंटी उतारने में बिलकुल भी देर नहीं लगाई। और फिर उसने मेरी चुत को अपने गुठनो पर बैठ कर बहुत देर तक चाटा। मैं उसके इस तरीके से चाटने की वजह से मदहोश हो रही थी और मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। किट्टू मेरे स्तनों को अच्छे से दबा रहा था और मेरी नंगी कमर पर हाथ फेर रहा था। तभी विक्कु उठा और अपने लंड को थूक से पूरी तरह गीला करके उसने मेरी चुत पर भी थूक लगाया और अपना गर्म और मोटा लंड मेरी चुत में धीरे से डाल दिया। उसके लंड डालते ही मैं ज़ोर से चिल्ला गयी क्योकि इतना बड़ा लंड मेरे पति का नहीं था। तभी किट्टू भी खड़ा हो गया और विक्कु सोफे पर लेट गया।

उसने मेरे एक स्तन को पकड़ कर खींचा और मुझे अपने ऊपर लिटा लिया। मेरी चुत में उसने एक बार फिर से अपना बड़ा लंड डाल दिया लेकिन इस बार वो अकेला नहीं था। किट्टू ने भी अपने लंड को पूरा थूक से गीला किया और मेरे गांड के छेद में डाल दिया। मुझे इतना दर्द हुआ की मैं शब्दो में नहीं बता सकती। उसके ऐसा करने के बाद मुझे बिलकुल भी दर्द बर्दाश्त नहीं हुआ और मैं बहुत ज़ोर से चिल्लाने लगी। वो दोनों थोड़ा डर गए क्योकि मैं बहुत ज़ोर से चिल्ला रही थी लेकिन उन्होंने मेरी चुदाई बिलकुल भी नहीं रोकी। वो दोनों मुझे लगातार चोद रहे थे और एक मेरी चुत और दूसरा मेरी गांड दबा के मार रहा था। पहले तो मुझे दर्द हुआ इतना की मैं बर्दाश्त ही नहीं कर पायी। लेकिन फिर बाद में मुझे मज़ा आने लगा और वो दोनों मेरी चुदाई की रफ़्तार लगातार बड़ा रहे थे।

उन दोनों ने मुझे तकरीबन १ घंटा चोदा होगा और इतना ज्यादा मैं आज से पहले कभी नहीं चिल्लाई जितना इस बार इन दो जानवरो से चुदने में चिल्लाई हूँ। उन दोनों ने मुझे चोदने के बाद अपने लंड से निकले पानी को मेरी चुत और गांड में ही छोड़ दिया। फिर विक्कु ने अपना मोटा और पूरा गर्म लंड मेरी चुत से निकाला और मुझे चुसाने लगा। उसका लंड पूरा उसके वीर्य से सना हुआ था जिसे देख कर मेरा मन अजीब सा हो रहा था लेकिन फिर उसने जबरदस्ती अपने लंड को मेरे मुँह में डाला और मुझे चुसाया। तभी किट्टू भी अपना लंड मेरी गांड से निकाल के मेरे मुँह में डालने लगा। और उन दोनों ने एक साथ दो लंड मेरे मुँह में डाले। मेरा तो सांस तक लेना मुश्किल हो गया था। लेकिन उस दिन के बाद से उन दोनों में से जब भी कोई घर आता है तो मुझे चोदे बिना जाता नहीं है। एक बार तो विक्कु मुझे मेरे पति के सामने चौदा था वो कहानी भी किसी और दिन बताउंगी। तब तक के लिए जुड़े रहिये हमारे साथ ऐसी ही हवस से भरी चुदाई की कहानियो के लिए।

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