जोशीला ससुर जवान बहू की चुदाई

मैं सारिका हु मेरे पति का नाम नील है मेरे सास ससुर और पति सभी अच्छे हैं! आज मैं आपको सुनाने जा रही हूँ ससुर बहू की चुदाई! शादी होक अभी करीब एक महीना हुवा था मेरे ससुर का अच्छा नाम है वह और उनकी बहुत इज़्ज़त भी है ! लेकिन अभी कुछ दिन से ऐसा लगने लगा था की वह थोड़े चालू है कभी कभी मेरा हाथ पकड़ते कभी कंधो पर हाथ रखते किचन में!

सास के सामने मेरे गांड पर हाथ मरते सास भी यह सब अब देखती तो मुझे देखके हंसती उसके सामने इसी छेड़खानी करते अब तो कुछ ज्यादा ही होने लगा था! मैं सोच में पड़ी पति को बोलू तो वह विश्वास नहीं करेंगे और झगड़ा भी होगा! तो मैं कही की नहीं रहूंगी इसीलिए बर्दास्त करती रही अब जब कभी वह टच करते सास बोलती अच्छा हुवा तू आयी नहीं तो मुझे तंग करते और हंसती!

एक दिन मैं और सास किचन में काम कर रहे थे ससुर जी नहाके धोती में मेरे पास आये और पीछे से उन्होंने मुझे दबाया मैं सास को देखती रही वह हंस रही थी! अब उन्होंने दो हाथ मेरे कमर पे डाला मुझे अच्छा नहीं लग रहा था ! गुस्सा भी आया था इतने में उनका लंड गांड पे घस्ने लगा! अब उनका लंड टाइट भी हुवा था जैसा ही उनका मोटा गरम लंड गांड पे घस्ने लगा मेरा गुस्सा शांत हुआ!

अब मुझे भी अच्छा लगने लगा मैं सास की तरफ देखने लगी वह हँसके बोली वे प्यार कर रहे हैं ! ससुर मुझे दबाके बोले बहु कितनी अच्छी है न सास बोली अच्छी है! तो खूब प्यार करो गांड के बिच में लंड ठूसने लगा मैं बोली पप्पा प्लीज और वह हटे!

मैंने यह बात पति को नहीं बोली वैसे सास ससुर दोनों भी मुझ से बहुत प्यार करते ससुर हमेशा धोती में रहते पहली बार उनका लंड टच हुआ था ! रात भर मुझे नींद नहीं आयी दूसरे दिन पति ऑफिस जानेके बाद सुबह मैं सोफे पर बैठी थी सासु माँ बोली तू बैठ मैं नास्ता लेके आती हु! इतने में ससुर नहाके आये मेने देखा उन्होंने धोतिके अंदर अंडरवियर नहीं पहनी थी वह आके मेरे पास बैठे! इतने में सास नास्ता लेके आयी और हमारे सामने बैठी ससुर ने मेरे कंधो पर हाथ रखा सास बोली पहले नास्ता करो इतने में उन्होंने मुझे और नजिक खींचा और बोले आज मैं बहु के हाथ से नास्ता खाऊंगा और उन्होंने हाथ बूब्स पर रखा और बोले क्यों खिलाएगी न मेने सास को देखा वह बोली खिलाओ!

फिर तुझे भी खिलाएंगे मैं कुछ लेनेके लिए ज़ुकी उन्होंने हाथ ब्लाउज में डाला! मैं हाथ निकलने वाली थी की सास बोली क्या हुवा तेरे ससुर तुझसे प्यार कर रहे हैं तू भी कर मैं चुप रही ! अब वह सास के सामने बूब्स दबाने लगे और उन्होंने मेरा एक हाथ पकड़ के अपनी जांघो पर रखा !

मैं’खींचने लगी तो उन्होंने जबरदस्ती हाथ लंड पर दबाया लंड पर हाथ पड़ने से मैं भी बेकाबू हो गयी! अब मैं उनके जांघो पर हाथ घूमने लगी बीचमे टेबल होनेसे सासुमा को कुछ दिखाई नहीं दे रहा था! Antarvasna पर वह सब समाज गयी थी धोती के अंदर कुछ नहीं था मुझे धोती पर से हाथ घूमने मजा आने लगा! हाथ लंड को छूने लगा ससुर जी ने ब्लाउज के दो हुक खोले और मेरे गोरे गोर मोठे बूब्स सासु के सामने दबाने लगे!

मैं भी निचे में हाथ घुमा रही थी सासु बोली बेटे धोती में हाथ डालके पकडनेमे जो मजा आती है वह पैंट में नहीं! ससुर बोले बीटा अच्छा लग रहा हैना तो निकल बहार जैसा ही मेने लंड को मुठी में लेके दबाया उन्होंने मेरा ब्लाउज निकला! मैं सासुके सामने आधी नंगी हुवी थी ससुर दोनों हाथ से मेरे बूब्स दबा दबा के सास को दिखने लगे सास बोली बीटा अब तू भी निकल न उनका !

मेने लंड को बहार निकला सास बोली क्यों कैसा है पसंद है मैं शर्मा के चुप थी ससुर मेरे बूब्स चूसने लगे! मैं लंड को देख देखके मुठ मरने लगी मुँह में पानी आया सास बोली मुँह में ले ! अब मुझसे भी रहा नहीं गया जैसा ही ससुर ने मुहसे बूब्स निकला मैं उनके लंड पर ज़ुकी और लंड मुँह में लेके चूसने लगी!

ससुर मेरी गांड दबाने लगे और बोले क्या गांड है सास बोली गांड दो दिन बाद मारो पहले उसे चोदो! फिर ससुर खड़े हुवे धोती निकली मुझे लेके बेड रूम में गए मेरे सरे कपडे निकल दिए! अब मैं ससुर के सामने नंगी थी मुझे नंगी देखकर ससुर खुश हो गए और मुझे सुलाया और ससुर मेरे ऊपर चढ़े मैं उन्हें देखती ही रही!

ससुर लंड डालने लगे एकदम कड़क लंड था मैं मन ही मन मैं खुश थी लंड दहकते गए मैं चिल्लाने लगी

हहहहह अहहहहहह बाबुजीईई और वे शॉट मरने लगे हम दोनों ही उछाल रहे थे अब पूरा लंड अंदर गया था अब शॉट मरने लगे मुझे पति से भी ससुर बहोत अच्छा लगाने लगा!

मैं अहहहहह करने लगी फिर सास आयी बोली कैसा लग रहा है मैं बोली बाबूजी में बहोत ताक़त है! सासु बोली खूब चुदवाने बेटी शर्म नहीं करना मई हहहहहहहहह करने लगी वूवूववव ससुरजी धबधबधबधबधबेहड़बा लंड को अंदर बहार अंदर बहार करने लगे! उनमे बहोत ताक़त थी ससुर ने स्पीड तेज किया मैं भी निचेसे उछलने लगी बाबूजी बाबूजी है बेटी हहहहहहह मजा आरही है नाहा… मई हहहहहह बाबुजीईई हहहहहहहह और एकदम से ससुरने पिचकारी मरी मेने ससुर को कसके पकड़ा ससुर धक्-धक् मरता गया और एकदम से मुझे चिपक गया मेने ससुरको दबाके पकड़ा और चूमने लगी !

इतनमे सासुजी आयी बोली कैसा लगा पचास सालका है लेकिन ताक़त बीस की गाओं की कई औरते इनपर मारती है तू लकी है बीटा ससुरजिने लंड निकला सासु बोली और चुद जाएगी ! मैं बोली हां सासुमा सासु बोली अब पिछेसे चुदवाने और ससुर का पांच मिनट में तैयार हुवा ससुर बोलै बेटी डरो मत शाम तक जितना चाहे चुदवा लेना!

मुझे ऐसे ही चूत का इंतज़ार था मैं उनका रुबाबी चेहरा देखती रही और उस दिन उन्होंने मुझे 4 बार चोदा! अब सिलसिला शुरू हुवा कभी कभी मुझे और सासुमा को एक साथ चोदते कभी मेरे मुँह में कभी सासु के मुँह में इसी तरह करीब दो तीन महीने मेने बहुत मजा लूटी!

रात को पति से एक बार दिन में ससुर से चार पांच बार मैं बहुत खुश थी शायद पति को दोघट आया एक दिन उन्होंने चुपके से सब देखा की ससुरजी मुझे सारा दिन चोद रहे थे और सासुमा भी साथ दे रही थी!

उन्होंने कुछ दिन चुपसे निकले और एकदिन हमें बोले की मेरी ट्रांसफर नागपुर हुवी है और मई और पति नागपुर आये रात को छोड़ने के टाइम पति बोले देख मैंने सब देखा पर माँ बाप को बेइज़्ज़त करना ठीक नहीं इसीलिए ट्रांसफर ली! मैं बोली मैं भी क्या कराती तुम्हारे पिताजी के सामने क्या कराती पति बोलै ठीक है जो हुवा सो हुवा अब ठीक से रहना कुछ दिन बाद मेने बोलै एक नौकर तो रखो पति बोलै नहीं तेरा कोई भरोसा नहीं!

मैं एक बाई रखता हु और एक बाई काम पर आने लगी सब ठीक चल रहा था बाई थोड़ी चालू लग रही थी एकदिन बाइक लड़का आया मेने उसे देखके बाई को बोलै तेरा लड़का तो काफी जवान है बाई हँसके बोली जवान क्या वह फाड़ देगा ऐसी ताक़त है! मैं हँसाने लगी बाई बोली फाड़ना है क्या बोल मैं चकित होक बाई को देखने लगी बाई बोली बहोत ताक़त है उसमे आजमाना है!

मैं चुप रही बाई बोली चुदवाने है मैं घबरा गयी बाई बोली एकबार देख तो ले ऐसा मौका फिर नहीं मिलेगा ! मई बाई की इस जबान को देखती रही इतने में बाई ने आवाज़ दी विनोद विनोद बेटे विनोद अंदरके रूमसे शायद सब सुन रहा था विनोद बैडरूम में आया एकदम नंगा था उसका मोटा तगड़ा लंड एकदम खड़ा होक फनफना रहा था!

मैं लंड को और उसकी जवानी को देखते रही सोच में डूबी माँ के सामने यह कैसा आया बाई बोली देखा ऐसा मौका फिर नहीं मिलेगा हाथ लगा के देख! विनोद और आगे बढ़ा एकदम मेरे सामने बाई बोली पकड़ना मेने उसका लंड मुठी में पकड़ा अब मेरा भी शरीर मस्तक तप्तपाने लगा मैं बोली बाई किसीको बोलेगी तो नहीं!

बाई बोली यह बीटा है मेरा मई क्यों किसीको बालू.मेरे मुहमे पानी आने लगा बाई बोली एकबार मुँह में लेके देख तुझे बहोत अच्छा लगेगा अब विनोद ने अपना लुंड मेरे मुँह को टच किया आखिर मेने उसका लंड उसकी माँ के सामने मुँह में लिया! विनोद खड़े खड़े मेरे बूब्स दबाने लगा! बाई बोली उठ चुदवा मई बहार कड़ी होती हु डरना नहीं मई कड़ी हुवी!

विनोद मुझे खड़ा खड़ा दबाने लगा मेरे सरे कपडे उसने निकले हम दोनों नंगे हुवे मुझे सो के चोदोगी या खड़े खड़े! आखिर मई बीएड पर सो गयी और वह मुँहपर चढ़ा बीस सालका यंग लंड मेरे चूतमे घुसाने लगा!

मई हहहहहह अहहहह करने लगी ससुर की याद आयी उसीने मुझे चुदवाने लत लगायी थी अब मैं बिना संकोच उछाल उछलके चुदवाने लगी इतनमे उसकी माँ आयी और बोली अच्छा लग रहा है न! मैं’ इशारे से है बोली वह बेटे को बोली बेटे कसके चोदना एकदम उसे खुश करना और बीटा जोर जोरसे धक्के पे धक्का मरने लगा! लंड अंदर बहार अंदर बहार धक् धक् करने लगा मैं बोली साले क्या ताक़त है और क्या खड़ा लावड़ा है ! अंदर से मेरी चूत सुर सुर कर रही थी मैं उछलउछलके उसे साथ देने लगी हहहहहहहह मररररररर ………..

क्या चोदता हैं टूउउउउ अहहहहहहहहह चोद चोद चोद चोद और उसने स्पीड तेज की और एकदम से सारा माल मेरे चूत मे गिराया! मैं उछलने लगी विनोद विनोद अहहहहहहहह और मेने उसे कसके दबाके पकड़ा दोनों शांत हुवे! बाई अंदर आयी विनोद ने लंड निकला! बाई बोली कैसा लगा और करेगी मैं बोली बहुत ताक़त है तेरे बेटे में एकबार और पर तेरा लड़का इतना जवान कैसा?

मैं बोली जब मई तेरा साल की थी तब एक शेठजी ने मुझे चोदा था उसी का यह फल है और मैं पूरी नंगी हुई! मेने गांड ऊपर उठके राखी विनोद बोलै साली क्या गांड है बाई बोली बाद में गांड मारना पहले पीछे चोद और विनोद ने पीछे से मेरी टाइट चूत में लंड ढुकाया और दकके मरने लगा !

मैं चिल्लाती रही आअह्हह्हह्ह्ह्ह और धक धक मर मार्के उसने पानी गिराया थोड़े देर हम शांत रहे फिर मेरी गांड देखके विनोद बोला गांड मरवायेगी ! मैं न न बोलने लगी विनोद बोलै मेरी माँ की गांड देखके बच्चे से बूढ़े मुड़मुड़ के देखते है!

जानती हो यह किसने बनाया इसिने मेरी गांड मर मार्के इतनी फुलाई है और फिर विनोद ने हम दोनों को एक साथ चोदा मुझे सास ससुर की याद आयी! बिलकुल वैसिही स्टोरी और एक सैटरडे पति को पता चला उसने बाई को पैसा देके निकला!

मैं चुप थी पति भी मुझे कुछ बोलै नहीं मंडे ऑफिस जाते वक़्त बोले अब ठीक से रहना पति निकल ही रहे थे की दरवाज़ा पर सास ससुर हम देखते रहे सास बोली क्या करू बीटा तेरी बहोत याद आयी चले आये ! ससुर बोलै तेरे लिए अपनी बेटी के लिए आया हु ऐसा बोलके मेरे कांधोंपर हाथ रखके जोर से अपनी तरफ खींचा बीटा बिचारा देखता ही रहा !

ससुर बोलै तू जा ऑफिस हमें तो बहुसे काम है क्यों ऐसा बोलके बेटे के सामने मुझे बहो में लिया सास बोली जा बीटा तू जा पति जाने लगे सास बोली अब क्या दरवाज़ा में ही प्यार करेंगे अंदर तो चलो और सास ने दरवाज़ा बंद किया और बोली बेटी उनको क्या मिल रही है!

धोतिमे हाथ दाल देख कैसा फनफना रहा है तेरे वास्ते पति ने बाहरसे सब सुना था वह बेचारा क्या करता! मेने ससुर का लंड मुठी में लिया ससुर ने मेरी चूत के ऊँगली डालके गांड दबायी! मैं चिल्ला उठी बाहर से पति चिल्लाया क्या हुवा?

सास बोली कुछ नहीं तू जा और ससुर ने मेरी साडी ऊपर उठाई मैं समझ गयी मई तुरंत घोड़ी बानी ससुर ने पीछे से मेरी गांड दबाके लंड चूत में घुसाया मैं और चिल्लाने लगी!

सास बोली बेटे छे महीने से तेरे बाबूजीक लंड बोखला गया है मैं चिल्लाई सासूउऊउउउ हाहाहाहाहा धबधबधबधबधब ससुर शॉट मरता रहा और मैं चिल्लाती रही सास पूछने लगी बीटा कैसा लग रहा है मैं बोली माजी बहोत अच्छा लग रहा है आज सारा दिन चुदूँगी ! पति सब देख रहे थे मैं बेकाबू हो गयी थी अब मेरे नसीब में यही सब लिखा था मैं क्या करू? हाहा

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